What Is DELED Full Form In Hindi And English – जो अभ्यर्थी शिक्षक बनना चाहते हैं, वे शिक्षक बनने के लिए डी.एल.एड कर सकते हैं। डी.एल.एड करने के बाद आप शिक्षक बन सकते हैं।
वैसे हम सभी जानते हैं कि एक शिक्षक का काम कितना जिम्मेदारी वाला होता है क्योंकि उन्हें बच्चो को पढ़ाना होता है, बच्चो को शिक्षित करना होता है, और प्राइमरी स्कूल के बच्चे को पढ़ाना बहुत ही कठिन होता है। इसलिए सरकार ने प्राइमरी के बच्चों को पढ़ाने के लिए बहुत से कोर्स बनाए हैं, जिनको करने के बाद आप प्राइमरी शिक्षक बन सकते हैं।
इन्हीं कोर्स में से एक है डीएलएड। जब आप डीएलएड करेंगे तो आपको बच्चों को पढ़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। आपको सिखाया जाएगा कि बच्चों को कैसे पढ़ाना है? बच्चों को पढ़ाने का लेटेस्ट तरीका क्या है? डीएलएड 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है। डीएलएड करने के बाद आप शिक्षक बन सकते हैं।
लेकिन क्या आप जानते है डीएलएड का फुल फॉर्म क्या है? अगर नहीं तो आज के हमारे इस लेख डीएलएड फुल फॉर्म इन हिंदी (DELED Ka Full Form Kya Hai In Hindi) के अंत तक बने रहे।
आज के इस लेख में हम आपको डीएलएड का फुल फॉर्म के साथ कई आवश्यक जानकारी भी देने वाले है। तो आइये जानते है डीएलएड का फुल फॉर्म क्या है (What Is Full Form Of DELED In Hindi) –
डीएलएड का फुल फॉर्म क्या है इन हिंदी में (What Is DELED Full Form In Hindi And English)
डीएलएड का फुल फॉर्म होता है – डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (Diploma In Elementary Education), जिसे हिंदी में प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा कहा जाता है।
डीएलएड प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए एक कोर्स है।डीएलएड 2 साल का कोर्स है, जिसे 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है, जो प्राथमिक स्तर पर शिक्षण की तकनीकों में शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करता है। डीएलएड कोर्स करके आप शिक्षक बनने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं।
डी.एल.एड एक दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है, जिसे वे लोग करते हैं जो प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बनना चाहते हैं। चयनित छात्रों को शिक्षक प्रशिक्षण दिया जाता है और उन्हें 6 से 15 वर्ष की आयु के बच्चों को पढ़ाने का ज्ञान दिया जाता है, यानी कक्षा 1 से 8 तक। इस कोर्स को पूरा करने के बाद, आप देश भर के निजी या सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण पदों के लिए आवेदन करने के पात्र हो जाते हैं।
डी.एल.एड के लिए योग्यता –
डी.एल.एड करना चाहने वाले अभ्यर्थियों को बता दें कि डी.एल.एड के लिए न्यूनतम योग्यता इस प्रकार है –
डी.एल.एड. के लिए किसी भी स्ट्रीम में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएट होना जरूरी है। हालांकि, अगर पोस्ट ग्रेजुएट भी प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं तो वे यह कोर्स कर सकते हैं।
आयु सीमा पुरुष और महिला दोनों के लिए समान है। न्यूनतम आयु: – 18 वर्ष, और अधिकतम आयु: – 35 वर्ष।
डी.एल.एड के लिए प्रक्रिया –
डी.एल.एड करना चाहने वाले अभ्यर्थियों को बता दें कि डी.एल.एड में प्रवेश के लिए चयन प्रक्रिया मेरिट सूची और कट ऑफ अंकों के आधार पर होती है। यानी आपके 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन के परसेंटेज के आधार पर आपको D.El.Ed करने के लिए कॉलेज मिलेगा। आपकी काउंसलिंग होगी और उसके बाद आपको कॉलेज मिलेगा, और आपकी पढ़ाई 2 साल तक जारी रहेगी।
डी.एल.एड कोर्स फीस –
डीएलएड करने के लिए आपको ज्यादा फीस नहीं देनी होगी। अगर आप सरकारी कॉलेज से डीएलएड करते हैं तो आपको डीएलएड सालाना फीस के तौर पर कम से कम 10 हजार रुपए देने होंगे और अगर आप प्राइवेट कॉलेज से करते हैं तो आपको डीएलएड कोर्स फीस के तौर पर कम से कम सालाना 40 हजार रुपए देने पड़ सकते हैं। अलग-अलग कॉलेजों के लिए डीएलएड कोर्स फीस अलग-अलग हो सकती है।