पॉलिटेक्निक में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है – 10वीं या 12वीं के बाद बहुत से बच्चे पॉलिटेक्निक में जाते हैं। पॉलिटेक्निक एक तरह का डिप्लोमा कोर्स है जिसमें विभिन्न प्रकार की इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और बिजनेस से जुड़े क्षेत्रों की पढ़ाई कराई जाती है। पॉलिटेक्निक उन छात्रों के लिए एक बेहतरीन अवसर है जो करियर के लिए कोई हुनर सीखना चाहते हैं।
10वीं या 12वीं के बाद बहुत से छात्र इस दुविधा में रहते हैं की पॉलिटेक्निक में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है, पॉलिटेक्निक की फीस कितनी है और पॉलिटेक्निक कितने साल की है? इसलिए आज के इस लेख में हम आपके इन्ही सभी सवालो के जवाब लेकर आए है।
पॉलिटेक्निक में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है (Polytechnic Mein Sabse Accha Course Kaun Sa Hai In Hindi)
पॉलिटेक्निक एक डिप्लोमा स्तर का कोर्स है जो 2 से 3 साल की अवधि का होता है। इसमें छात्रों को इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और बिजनेस से जुड़े क्षेत्रों में व्यावहारिक कौशल सिखाया जाता है, जिससे उन्हें तुरंत नौकरी पाने में मदद मिलती है। पॉलिटेक्निक डिप्लोमा करने के बाद छात्र इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ग्रेजुएशन भी कर सकते हैं।
वैसे तो पॉलिटेक्निक में कई ट्रेड या कोर्स हैं, जिनमें करियर के कई अवसर उपलब्ध हैं। लेकिन कुछ पॉलिटेक्निक कोर्स ऐसे भी हैं जिनकी मांग बाजार में काफी ज्यादा है, जो इस प्रकार हैं –
- सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में डिप्लोमा
- आईटी इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- डिप्लोमा इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
- पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- जेनेटिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- इंटीरियर डेकोरेशन में डिप्लोमा
- फैशन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- सिरेमिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- कला एवं शिल्प में डिप्लोमा
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- धातुकर्म इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- मोटरस्पोर्ट इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- पर्यावरण इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
- इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
1) कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा (Diploma in Computer Science) – 3 वर्ष
छात्रों को डिप्लोमा ऑफ कंप्यूटर साइंस में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, नेटवर्किंग, वेब डेवलपमेंट, डेटाबेस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आदि के क्षेत्र में ज्ञान प्रदान किया जाता है।
2) मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (Diploma in Mechanical Engineering) – 3 वर्ष
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के कोर्स में ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग, मैकेनिकल डिजाइन, मैटेरियल इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस और टूलिंग आदि के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है। यह बहुत ही डिमांडिंग कोर्स है।
3) इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (Diploma in Electronics and Communication Engineering) – 3 वर्ष
डिप्लोमा ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में छात्रों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सर्किट डिजाइन, कम्युनिकेशन सिस्टम, सेंसर और स्विचिंग और वायरलेस नेटवर्किंग आदि के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। आज के समय में इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन के क्षेत्र में कई आविष्कार हो रहे हैं, जिसके कारण इसमें काम करने वालों की मांग भी बढ़ रही है।
4) सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (Diploma in Civil Engineering) – 3 वर्ष
देश में इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में सिविल इंजीनियरिंग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सिविल इंजीनियरिंग के कोर्स में छात्रों को भूस्खलन, स्ट्रक्चर डिजाइन, सड़क और पुल इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट और लैंड सर्वेइंग आदि के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। यह एक ऐसा कोर्स है जिसकी हमेशा मांग रहती है।
5) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (Diploma in Electrical Engineering) – 3 वर्ष
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा में छात्रों को इलेक्ट्रिकल सिस्टम, उपकरण और मशीनरी, इलेक्ट्रिकल ऑपरेशन, ऊर्जा प्रणाली और इलेक्ट्रिकल नेटवर्किंग आदि के बारे में शिक्षा प्रदान की जाती है, जो इसे एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनाता है।
6) इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा (Diploma in Information Technology)
सूचना प्रौद्योगिकी के डिप्लोमा में छात्रों को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटाबेस मैनेजमेंट, नेटवर्किंग, वेब डिजाइन, साइबर सुरक्षा और डिजिटल मार्केटिंग आदि के क्षेत्र में ज्ञान प्रदान किया जाता है।
7) केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (Diploma in Chemical Engineering) – 3 वर्ष
कोर्स में आपको रासायनिक प्रक्रियाओं, उत्पादों और तकनीकों के बारे में बताया जाता है। इसमें रासायनिक संशोधनों, उत्पादन प्रक्रियाओं और रासायनिक औद्योगिक कारखानों में उपयोगी तकनीकों का अध्ययन शामिल है।
8) ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (Diploma in Automobile Engineering) – 3 वर्ष
भारत में ऑटोमोबाइल का बाज़ार बहुत बड़ा है। अगर आप यह कोर्स करते हैं, तो आपको ऑटोमोबाइल के डिज़ाइन, निर्माण आदि के बारे में बताया जाएगा। इसमें इंजन मैकेनिक्स, वाहन डिज़ाइन और ऑटोमोटिव सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाएगी।
9) फैशन डिज़ाइन में डिप्लोमा (Diploma in Fashion Design) – 3 वर्ष
इस कोर्स में आपको फैशन इंडस्ट्री के बारे में पढ़ाया जाता है जिसमें डिज़ाइन प्रक्रिया, कपड़ों का निर्माण, रंग और बनावट, डिज़ाइनिंग और फैशन ट्रेंड शामिल हैं। फैशन डिजाइन में करियर एक आकर्षक करियर हो सकता है।
10) इंटीरियर डिजाइन में डिप्लोमा (Diploma in Interior Design) – 1 -2 वर्ष
आज के समय में इंटीरियर डिजाइनरों की मांग बढ़ गई है क्योंकि लोग अपने घर को बेहद खूबसूरत बनाना चाहते हैं। इस कोर्स को करने से आपको बताया जाता है कि इंटीरियर कैसे बनाए जाते हैं। यह एक बहुत ही शानदार फील्ड है और पॉलिटेक्निक में सबसे अच्छा कोर्स है।
पॉलिटेक्निक की फीस कितनी है (Polytechnic Ki Fees Kitni Hai In Hindi)
सरकारी कॉलेज में पॉलिटेक्निक की सालाना फीस रूपये 10000 रुपये से 20000 रुपये होती है, जबकि प्राइवेट सरकारी कॉलेज में पॉलिटेक्निक की सालाना फीस 10000 रुपये से 50000 रुपये तक होती है।
पॉलिटेक्निक कितने साल की है (Polytechnic Kitne Saal Ki Hai)
पॉलिटेक्निक कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 से 3 साल की होती है।