बीपीटी कोर्स क्या है, कैसे करे, बीपीटी कितने साल का होता है – BPT Kya Hota Hai In Hindi Mein

BPT Course Details In Hindi – भारत में 10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी से 12वीं पास करने वाला कोई भी छात्र डॉक्टर बनने का सपना देखता है। लेकिन हर छात्र का MBBS करने का सपना पूरा नहीं हो पाता। लेकिन ऐसे छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है। ऐसे छात्र चाहें तो BPT कोर्स में एडमिशन लेकर मेडिकल लाइन में जाने का सपना पूर्ण कर सकते हैं।

आज के इस लेख में हम आपको बीपीटी क्या है, कैसे करे, बीपीटी कोर्स कितने साल का होता है, बीपीटी के लिए योग्यता, आयु सीमा, फीस, सैलरी आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप उपरोक्त जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आज के इस लेख BPT क्या है, BPT कितने साल का होता है को पूरा अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है बीपीटी इन हिंदी में (BPT Kya Hai In Hindi Mein) –

बीपीटी का फुल फॉर्म क्या है इन हिंदी में (BPT Ka Full Form Kya Hai In Hindi) -What Is BPT Full Form In Hindi

बीपीटी का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (Bachelor Of Physiotherapy) है। बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी यानी बीपीटी को हिंदी में – भौतिक चिकित्सा स्नातक या शारीरिक चिकित्सा स्नातक कहा जाता है।

बीपीटी कोर्स क्या है, कैसे करे (BPT Course Details In Hindi) – What Is BPT In Hindi

बीपीटी एक मेडिकल कोर्स है जिसमें फिजियोथेरेपी के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है। यह एक बैचलर डिग्री है, जो मानव शरीर की गति से संबंधित है। इसमें शरीर की गति से जुड़ी समस्याओं को ठीक करना सिखाया जाता है। गति से जुड़ी समस्याओं से तात्पर्य ऐसी समस्याओं से है जिसमें व्यक्ति को चलते समय दर्द महसूस होता है। बीपीटी कोर्स में ऐसी तकनीक सिखाई जाती है जिससे व्यक्ति बिना किसी दवा या गोली के सिर्फ व्यायाम के जरिए ठीक हो सकता है।

बीपीटी या बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी मुख्य रूप से अस्थमा, पार्किंसंस रोग, हृदय रोग, स्ट्रोक, सिस्टिक फाइब्रोसिस, पेल्विक जैसी विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए शरीर की गतिविधियों और उपचार पर ध्यान केंद्रित करता है।

बीपीटी कितने साल का होता है (BPT Kitne Saal Ka Hota Hai In Hindi) What Is BPT In Hindi

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स 4½ साल का बैचलर डिग्री कोर्स है जिसमें आखिरी 6 महीने की इंटर्नशिप भी आवश्यक है।

बीपीटी कोर्स योग्यता और आयु सीमा (BPT Eligibility And Age Limit In Hindi)

किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 12वीं पास होना चाहिए। बीपीटी में प्रवेश लेने के लिए उम्मीदवारों को भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ 12वीं पास होना चाहिए।

कम से कम 50% अंकों (एससी/एसटी/ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 45%) के साथ 12वीं पास होना चाहिए।

कुछ कॉलेजों में बीपीटी कोर्स में एडमिशन के लिए छात्र की आयु कम से कम 17 वर्ष होना अनिवार्य है। अगर ऊपरी आयु सीमा या अधिकतम आयु सीमा की बात करें तो बीपीटी में एडमिशन के लिए इसका निर्धारण नहीं किया गया है।

लंबे समय तक काम करने के कारण इसमें शारीरिक सहनशक्ति की आवश्यकता होती है। यह कोई योग्यता नहीं है, लेकिन यह आवश्यक भी है।

बीपीटी कोर्स फीस (BPT Course Fees In Hindi / BPT Fees In Hindi)

सरकारी कॉलेजों में बीपीटी कोर्स की फीस 50,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये तक है, जबकि निजी कॉलेजों में बीपीटी कोर्स की फीस 1,00,000 रुपये से लेकर 5,00,000 रुपये तक है। यह फीस कॉलेज दर कॉलेज अलग-अलग हो सकती है। अगर आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले कम फीस देनी होगी क्योंकि प्राइवेट कॉलेज की फीस सरकारी कॉलेज से ज्यादा होती है।

बीपीटी सैलरी (BPT Salary In Hindi)

बीपीटी कोर्स करने के पश्चात औसत वेतन 5.5 लाख प्रति साल हो सकता है, जो व्यक्ति के कौशल व अनुभव के साथ बढ़ता है। बीपीटी कोर्स करने के बाद आप अपना खुद का फिजियोथेरेपी क्लिनिक ओपन कर सकते हैं।

बीपीटी के बाद क्या करें इन हिंदी में (BPT Ke Baad Kya Kare In Hindi Mein)

बीपीटी ग्रेजुएट को फिजियोथेरेपी कॉलेज, हेल्थ और फिटनेस क्लीनिक, रिसर्च सेंटर, वृद्धाश्रम, पुनर्वास केंद्र जैसी जगहों पर आसानी से नौकरी मिल सकती है। इसके अलावा, खिलाड़ियों के इलाज और देखभाल के लिए खेल के क्षेत्र में फिजियोथेरेपिस्ट के लिए कई नौकरियां हैं।

बीपीटी ग्रेजुएट को अलग-अलग क्षेत्रों या जगहों पर अलग-अलग जॉब प्रोफाइल में नौकरी मिलती है। जैसे –

फिजियोथेरेपिस्ट, थेरेपी मैनेजर, लेक्चरर, जूनियर रिसर्चर, स्पोर्ट्स फिजियो रिहैबिलिटेशन, होम केयर फिजियोथेरेपिस्ट, मेडिकल कोडिंग एनालिस्ट।

इन सबके अलावा, बीपीटी ग्रेजुएट अपना खुद का क्लिनिक या अस्पताल खोलकर भी अच्छी कमाई कर सकता है। या फिर आगे की पढाई भी जारी रख सकते है।

बीपीटी के लिए प्रवेश परीक्षा (BPT Entrance Exam In Hindi)

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए जैसा कि ऊपर बताया गया है, आपको सबसे पहले 12वीं पास होना चाहिए। उसके बाद आप एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। लेकिन कुछ कॉलेज व यूनिवर्सिटी में प्रवेश पाने के लिए आपको उनकी एंट्रेंस एग्जाम देनी होती है।

जब आप एंट्रेंस एग्जाम पास कर लेते हैं, तो मेरिट लिस्ट जारी की जाती है। अगर आपका नंबर मेरिट लिस्ट में है, तभी आप अपने पसंदीदा कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। इसके अलावा कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जो आपको बिना किसी एंट्रेंस एग्जाम के बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कॉलेज में एडमिशन दे देते हैं। यहां हमने कुछ प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी है जिनकी आप तैयारी कर सकते हैं –

  • LPUNEST
  • BCECE
  • IPU CET
  • VEE
  • IEMJEE

Leave a Comment